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दिल्‍ली में कयामत के 96 घंटे, अभी से ले लें वर्क फ्रॉम होम की मंजूरी, IMD का ऑरेंज अलर्ट


THN Network

NEW DELHI: देश की राजधानी दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में गर्मी ने जमकर कहर बरपाया. हालत ऐसी बन गई थी कि लोगों ने बेवजह घरों से निकलना बंद कर दिया था. गर्म हवा के थपेड़ों ने जीना मुहाल कर दिया था. उसपर बिजली कटौती और जल संकट ने समस्‍या को और बढ़ा दिया था. शुक्रवार अहले सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने दिल्‍ली एनसीआर वासियों को जमकर भिगोया. तेज बारिश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दिल्‍ली समेत आसपास के इलाकों में एयरपोर्ट से लेकर सड़क तक पर इसका असर देखा गया. दिल्‍ली में कई रूट पर सड़कें तालाब बन गईं. वहीं, IGI एयरपोर्ट पर भी बड़ा हादसा हुआ. अब IMD एक बार फिर से दिल्‍ली में बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विज्ञानियों ने अगले 4 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है.

दिल्ली में अगले दो दिनों में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शहर में 88 वर्षों की रिकॉर्डतोड़ बारिश के साथ पहुंचे मानसून के एक दिन बाद शनिवार को यह जानकारी दी. IMD ने अगले 4 दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. IMD ने कहा, ‘दिल्ली में पूरे दिन मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, रविवार तथा सोमवार को और अधिक भारी बारिश होने का अनुमान है.’ दिल्ली के रोहिणी और बुराड़ी सहित कई इलाकों में शनिवार सुबह के समय बारिश हुई. दोपहर बाद भी शहर में कई जगह बारिश हुई.

सात दिनों तक गरज के साथ बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले 7 दिन गरज के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. IMD के अनुसार, एक दिन में 7.6 से 35.5 मिलीमीटर के बीच वर्षा मध्यम वर्षा की श्रेणी में आती है और एक दिन में 64.5 से 124.4 मिमी के बीच वर्षा भारी वर्षा कहलाती है. IMD ने कहा कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि आर्द्रता का स्तर 80 प्रतिशत रहा.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 108 के साथ मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया.

3 घंटे तक मूसलाधार बारिश
दिल्ली में शुक्रवार को मानसून का आगमन होने के साथ तीन घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश के कारण दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस दौरान उड़ानों का परिचालन स्थगित करना पड़ा. राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव हो गया. बारिश से संबंधित घटनाओं में सात अन्य लोगों की भी मौत हो गई. राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को 228.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1936 के बाद जून माह में अब तक की सर्वाधिक वर्षा है. आईएमडी के अनुसार, शहर के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में 228.1 मिमी, लोधी रोड मौसम भवन में 192.8, रिज में 150.4, पालम में 106.6 और आयानगर में 66.3 मिमी बारिश दर्ज की गई.

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