THN Network
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर आई है। देश की जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत रही जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 7 प्रतिशत रही थी। आंकड़ों के मुताबिक, देश की जीडीपी वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 6.2 प्रतिशत थी। भारत का ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट वित्त वर्ष 24 की अंतिम तिमाही में शानदार तेजी से बढ़ा है। चुनाव नतीजों से पहले जीडीपी के आंकड़े जारी हुए हैं। देश की जीडीपी मार्च तिमाही में 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी है। अब केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 24 की समग्र विकास दर 8.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
इधर सरकार का राजकोषीय घाटा बीते वित्त वर्ष में जीडीपी का 5.63 प्रतिशत रहा। यह केंद्रीय बजट में जताये गये 5.8 प्रतिशत के अनुमान से कुछ कम है। वास्तविक रूप से राजकोषीय घाटा यानी व्यय और राजस्व के बीच अंतर 16.53 लाख करोड़ रुपये रहा। सरकार ने एक फरवरी को पेश अंतरिम बजट में 2023-24 के संशोधित अनुमान में राजकोषीय घाटा 17.34 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
0 Comments