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BUSINESS: अगर आप एफडी (FD) में निवेश करते हैं तो आपका पैसा 7 फीसदी ब्याज के हिसाब से करीब 10 साल में दोगुना होगा. वहीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश 8 साल में दोगुना से ज्यादा हो गया. दरअसल, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली सीरीज 30 नवंबर, 2023 को मैच्योर हो रही है. ये बॉन्ड 2,684 रुपये प्रति ग्राम के इश्यू प्राइस पर 26 नवंबर, 2015 को जारी किए गए थे. फिलहाल गोल्ड की कीमत 6,100 रुपये प्रति ग्राम के करीब है. इस तरह देखें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली सीरीज में जिन निवेशकों ने एक लाख रुपये लगाए होंगे, उनका एक लाख रुपया बढ़कर अब 2.30 लाख रुपये के करीब हो गए होंगे. अगर आप भी अब तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश नहीं किया है तो जल्द इसकी अगली सीरीज जारी होगी, जिसमें आप निवेश कर सकते हैं.
26 नवंबर, 2015 को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त 2684 रुपये प्रति ग्राम की दर से जारी हुई थी. इसका रिडंप्शन प्राइस अभी घोषित नहीं हुआ है। इसका रिडंप्शन प्राइस आईबीजेए द्वारा जारी इस महीने के अंतिम तीन दिनों के सोने के औसत रेट से तय होगा. आज गोल्ड की कीमत 61,00 रुपये प्रति ग्राम के करीब है
सरकार की गारंटी
गौरतलब है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आरबीआई सरकार की ओर से जारी करता है, इसलिए इसकी सरकारी गारंटी होती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज मिलता है. यह पैसा हर 6 महीने पर निवेशकों के बैंक अकाउंट में डाल दिया जाता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्त वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 4 किग्रा गोल्ड के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश की अवधि
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि 8 साल की होती है. हालांकि निवेशकों को मैच्योरिटी से पहले अपना पैसा निकालने की इजाजत है. यह इजाजत 5 साल के बाद ही मिलती है. इसका मतलब है कि निवेशकों को कम से कम 5 साल तक इन बॉन्ड्स में अपना निवेश बनाए रखना पड़ता है.
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