Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

क्या कोरोना जैसा फैल जाएगा निपाह, आखिर केंद्र सरकार क्यों हुई एक्टिव?

THN Network



HEALTH: कोरोना वायरस को इसी साल वैश्विक महामारी की लिस्ट से WHO ने बाहर कर दिया है। देश में भी कोविड के मामले न के बराबर आ रहे हैं। दो साल बाद लोगों ने इस जानलेवा बीमारी से राहत पाई है। जीवन पहली की तरह पटरी पर लौट चुका है। लेकिन इस बीच एक और वायरस की दस्तक ने फिर लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। नाम है निपाह वायरस। केरल में लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहे इस जानलेवा वायरस को लेकर राज्य सरकार के बाद केंद्र सरकार भी एक्टिव हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम भेजी है। वजह साफ है कि केंद्र सरकार इस वायरस को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केरल में इस निपाह से दो लोगों की मौत भी हो गई है। इसके बाद लोगों को डर सता रहा है कि कहीं निपाह भी तो कोरोना की तरह पूरे भारत में नहीं फैल जाएगा?

केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज के मुताबिक, राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे में किए गए परीक्षणों में 24 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी में निगेटिव संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके साथ ही, जिले में निपाह के 5 मरीज हैं जिनका इलाज चल रहा है। जिनमें से अन्य दो पहले मृत व्यक्ति भी शामिल हैं। दो मृत व्यक्तियों में 9 वर्षीय बेटे और 25 साल का उसी का बहनोई है। अधिकारी 11 और नमूनों के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

कोझिकोड में सीएम ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के पास जो आंकड़े आए हैं, उनसे यह पता लगा है कि प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की संख्या 789 हो गई है। तिरुवनंतपुरम में सीएम पिनाराई विजयन की बुलाई एक उच्चस्तरीय बैठक में कोझीकोड जिला कलेक्टर को सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को रोकने के लिए कहा गया है। जिले में 24 सितंबर तक सभी सार्वजनिक समारोह स्थगित कर दिए जाएंगे और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने उन दो निपाह पीड़ितों के रूट मैप प्रकाशित किए हैं, जिनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ट्रैक करने में मदद मिल सके।

जिला कलेक्टर ए गीता ने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 13 लोग भर्ती हैं, जिनमें से चार गहन देखभाल में हैं। अस्पताल में 75 अलगाव कक्ष स्थापित किए गए हैं। अस्पतालों में अलगाव सुविधाओं को बढ़ाने के भी इंतजाम किए गए हैं। बुधवार को कंटेनमेंट जोन की संख्या 43 से बढ़ाकर 58 कर दी गई है। कंटेनमेंट जोन में आने वाले स्कूलों के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

केंद्र सरकार क्यों हुई एक्टिव?
केंद्र सरकार के एक्टिव होने का कारण है लगातार मामलों का बढ़ना और हाल में हुई दो मौतें। सरकार को यह पता है कि अभी कुछ महीनों पहले ही कोरोना को वैश्विक महामारी से हटाकर WH0 ने राहत दी है। 2020 और 2021 में देश की कोरोना ने क्या हालत कर दी थी यह किसी से छुपा नहीं है। लोग अब भी उस नाजुक वक्त को याद कर सहम जाते हैं। कोविड ने भारत की अर्थव्यवस्था को भी चोट पहुंचाई थी। ऐसे में एक और वायरस का देश में हावी होना अच्छी बात नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार ने हेल्थ एक्सपर्ट्स की एक टीम वहां भेजी है। वह वहां के हालात और वायरस के संक्रमण के बारे में पता लगाएगी।


Post a Comment

0 Comments