Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मोदी के मंत्री को फांसने बिछाया 'सेक्सजाल', जानिए कैसे रची थी साजिश

THN Network



NEW DELHI: देश में ठगों, लुटेरों और ब्लैकमेलरों का गैंग बहुत हावी है। लोग ठगी या ब्लैकमेलिंग का शिकार होकर न केवल अपनी गाढ़ी कमाई लुटाने पर मजबूर हो रहे हैं बल्कि मानसिक परेशानियों का भी सामना कर रहे हैं। तरह-तरह के तरकीब से लोगों को चूना लगाने वाले इन्हीं गैंग में से एक ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल पर डोरा डाल दिया। मोदी मंत्रिमंडल में जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्कर उद्योग मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के फोन पर वॉट्सऐप से वीडियो कॉल आई। उन्होंने जैसे ही कॉल पिक की, स्क्रीन पर अश्लील वीडियो चलने लगा। मंत्री ने तुरंत कॉल काट दी, लेकिन थोड़ी देर बाद ही उन्हें दोबारा कॉल आई और कॉल करने वाले ने पॉर्न देखते उनका वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करने की धमकी दी। कॉलर ने कहा कि अगर बेइज्जती से बचना है तो वो पैसे दें।

जुलाई के आखिरी हफ्ते का है वाकया

मंत्री ने इस मामले में अपने कानूनी सलाहकार से परामर्श लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत करने का फैसला लिया। उनके पर्सनल सेक्रेटरी (PS) अलोक मोहन ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से संपर्क करके एक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 419 (प्रतिरूपण) (इंपर्सोनेशन) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आरोपियों के दोनों फोन नंबर को ट्रेस करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया और वीडियो कॉल का फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया। शिकायत जून महीने के आखिरी हफ्ते में की गई थी और आरोपियों को जुलाई के पहले हफ्ते में गिरफ्तार कर लिया गया।

मो. वकील और मो. साहिब अरेस्ट, मास्टरमाइंड मो. साबिर फरार


दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'प्राथमिकी दर्ज करने के बाद हमने दो लोगों, मोहम्मद वकील और मोहम्मद साहिब को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड मोहम्मद साबिर अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए तलाश जारी है।' पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी एक संगठित सेक्सटॉर्शन रैकेट का हिस्सा हैं। मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'मैंने घटना के तुरंत बाद अपने कार्यालय के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई'। उन्होंने बताया कि वो मध्य प्रदेश में अपने गांव जा रहे थे, तभी उन्हें वीडियो कॉल आई थी। उन्होंने कहा, 'मैंने दिल्ली पुलिस के साथ सभी प्रासंगिक जानकारियां साझा कीं। कुछ दिन पहले, मैंने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई और मुझे सूचित किया गया कि उन्होंने नंबरों का पता लगा लिया है।'बड़े सेक्सटॉर्शन गिरोह का पर्दाफाश


पुलिस ने उन दो फोन नंबरों का पता लगाया जिनसे राज्य मंत्री को भरतपुर निवासी मोहम्मद साबिर और असम के एक पते पर कॉल आए थे। एक अधिकारी ने कहा, 'जांच दल को पता चला कि एक सिम का इस्तेमाल 36 अंतरराष्ट्रीय आईएमईआई नंबरों में किया गया था, जबकि दूसरे का इस्तेमाल 18 आईएमईआई नंबरों में किया गया था।' एक अधिकारी ने कहा, 'स्थानीय पुलिस के मुखबिरों की मदद से जाल बिछाया गया जिसमें दो आरोपी फंस गए। पुलिस ने एक सेलफोन बरामद किया जिससे वीडियो कॉल की गई थी। उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया।'


Post a Comment

0 Comments