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कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने राम मंदिर पर दिया बयान, भड़की BJP बोली

THN Network


NEW DELHI:
अमेरिका दौरे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे पर पार्टी के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा के राम-हनुमान और मंदिर को लेकर दिए गए हालिया बयान पर विवाद छिड़ गया है. सैम पित्रोदा ने बीजेपी को घेरने के लिए सोमवार (5 जून) को बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों का जिक्र किया. इसी के साथ उन्होंने मंदिर की बात भी छेड़ दी.


सैम पित्रोदा ने कहा कि हमारे सामने बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्या है. इनके बारे में कोई बात नहीं करता है. उन्होंने कहा कि लेकिन, हर कोई राम... हनुमान... मंदिर की बात करता है और मैं कह चुका हूं कि मंदिरों से रोजगार नहीं मिलने वाला है. बीजेपी ने इस मामले को मुद्दा बनाकर अब कांग्रेस पर निशाना साधा है.

ये राम जन्मभूमि के खिलाफ अदालत चले जाते हैं- बीजेपी
बीजेपी नेता तरुण चुग ने कहा कि राम जन्मभूमि का फैसला न हो, इसके लिए अदालत जाते हैं. मंदिर के निर्माण का काम न शुरू हो, इसके लिए अदालत जाते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के तथाकथित विदेशी संस्कृति से प्रभावित नेताओं को श्रीराम जन्मभूमि से ईर्ष्या क्यों है?

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो खुद बेरोजगार हो, ऐसा व्यक्ति दूसरे युवाओं की बेरोजगारों पर चिंता करने का नैतिक अधिकार नहीं रखता है. 


ये गांधी बनाम गोडसे की लड़ाई है- कांग्रेस प्रवक्ता
वहीं, इस मामले पर बीजेपी के हमले के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पित्रोदा जी की बात करने से पहले हमें राहुल गांधी ने क्या इस पर बात करनी होगी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने दो टूक शब्दों में बहस को ऐसी कगार पर लाकर खत्म कर दिया है, जहां लोगों को पक्ष चुनना पड़ेगा.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी ने गांधी बनाम गोडसे की विचारधारा के बीच जंग की बात कही है. आप किसके साथ खड़े हैं. हम तो गांधी के सत्य, अहिंसा और प्रेम के साथ खड़े हैं. आप गोडसे की नफरत की साथ खड़े हैं, उस पर बात नहीं करेंगे. इधर-उधर की बातें करते रहेंगे.

'हुआ तो हुआ' बयान पर छिड़ा था विवाद
सैम पित्रोदा पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरते रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों पर न्यूज एएनआई को दिए बयान में कहा था, 'मैं इसके बारे में नहीं सोचता, यह भी एक और झूठ है. 1984 की बारे में अब क्या? आपने पिछले 5 साल में क्या किया. 84 में हुआ तो हुआ. आपने क्या किया?'

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